Wednesday, 28 May 2025


 

हिन्दी में बाल साहित्य के बाद सीधे बड़ों का साहित्य आ जाता है, "किशोर साहित्य" की हिन्दी में कमी है— इसमें कोई दो राय नहीं हो सकती; इसके मुकाबले बँगला में किशोर साहित्य का जखीरा मौजूद है। 

यहाँ एक विनम्र कोशिश की जा रही है बँगला से कुछ किशोर साहित्य को हिन्दी में लाने की।

जगप्रभा की ज्यादातर ई'पुस्तकें अमेजन पर Kindle eBooks के रूप में उपलब्ध हैं, जबकि कुछ ई'पुस्तकें 'पोथी' पर PDF के रूप में उपलब्ध हैं। 

सत्यजीत राय की रचनाओं के हिन्दी अनुवाद का स्वत्वाधिकार जिस प्रकाशन संस्थान के पास है, उनसे अनुवाद की अनुमति माँगी गयी है, जो अभी मिली नहीं है, अतः इन अनुवादों को बिक्री के लिए उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। जो पाठक इन्हें पढ़ना चाहें, वे जगप्रभा से (jagprabha.bhw@gmail.com) सम्पर्क कर सकते हैं।

कुछ ई'पुस्तकों को मुद्रित पुस्तक के रूप में 'साहित्य विमर्श' द्वारा प्रकाशित किया जा रहा है, वहीं कुछ ई'पुस्तकों के मुद्रित संस्करण को अनुवादक द्वारा 'पोथी' पर (Print On Demand) के तहत उपलब्ध कराया गया है।

-जयदीप शेखर

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जगप्रभा की ई'पुस्तकों को देखने के लिए कृपय क्लिक करें: 

साहसिक कहानियाँ     जासूसी कहानियाँ     डरावनी कहानियाँ    

 ब्योमकेश बक्शी     हास्य कहानियाँ    

रहस्यकथाएं    तारिणी चाचा के किस्से    फेलू'दा के कारनामे    

विविध     कथा-साहित्य    मुद्रित पुस्तकें    

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यहाँ सभी शृंखलाओं की नवीनतम प्रस्तुतियाँ प्रदर्शित की जा रही हैं: 

साहसिक कहानियों की 6ठी कहानी:

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जासूसी कहानियों की 14वीं कहानी: 

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डरावनी कहानियों की 28वीं कहानी:
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ब्योमकेश बक्शी की 7वीं कहानी:

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हास्यकथाओं की 7वीं कहानी: 

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रहस्यकथाओं की 1ली कहानी: 

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रहस्यकथाओं की 2री कहानी:

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रहस्यकथाओं की 3री कहानी:

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तारिणी चाचा के लोमहर्षक किस्सों की 1ली कहानी:

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प्रो.शंकु के अभियान की 1ली कहानी: 

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प्रो.शंकु के अभियान की 2री कहानी: 

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प्रो.शंकु के अभियान की 3री कहानी:

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फेलू'दा के कारनामों की 2री कहानी: 

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फेलू'दा के कारनामों की 1ली कहानी: 

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विविध शृंखला में 5वीं कहानी:

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मुद्रित पुस्तकों में 8वीं पुस्तक: 

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